लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में बुधवार को निदेशक राजीव लोचन ने बने आवासों में खुद जाकर बिजली का कनेक्शन ही कटा दिया। दो दिन की कार्रवाई के बाद बुधवार को नाराज कर्मचारियों ने राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा के नेतृत्व में बलरामपुर अस्पताल में एकत्र होकर नाराजगी व्यक्त की। सूत्रों की मानें तो कार्रवाई के दौरान कटआउट और तार भी काट दिए गए। कर्मचारियों के पक्ष में यदि सही निर्णय नहीं लिया गया तो कर्मचारी गुरुवार को आंदोलन का निर्णय लेंगे।
निदेशक ने कहा खुद का कनेक्शन लें कर्मचारी
जिली कनेक्शन कटवाने के बाद निदेशक ने सभी कर्मचारी को खुद का कनेक्शन लेने की बात कही। गौरतलब है कि कर्मचारियों के वेतन से नियमानुसार कटौती की गई धनराशि अभी विद्युत विभाग में जमा ही नही है जिससे नया कनेक्शन भी संभव नही है। महामंत्री अतुल मिश्रा ने कहा कि एक हजार रुपये की कटौती की जाती है और बिजली विभाग में 40 लाख रुपये बकाया है।
निदेशक को निर्देश
उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य वी हेकाली झिमोमी व महानिदेशक डॉ पदमाकर सिंह से भेंटकर जानकारी दी और मांग की कि सभी आवासों की बिजली तत्काल जोड़ी जाए, साथ ही डफरिन अस्पताल की भांति गर्मियों में निर्धारित कटौती की जाए। इसके साथ ही सरकारी भवनों में बिजली कनेक्शन विभाग द्वारा कराया जाता है उसका उपभोग करने वाले कर्मचारी बिल का भुगतान करते हैं इसको दरकिनार करते हुए कनेक्शन लेने के लिए आदेश उपभोग कर रहे कर्मचारी को देना अनुचित है। सचिव ने तत्काल ही निदेश को निर्देश दिया कि सही रास्ता निकाला जाए।
बिजली काटा जाना अनुचित
परिषद के प्रमुख उपाध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि कर्मचारी अस्पताल के प्रमुख अंग हैं उन्हें 24 घंटे सेवा करनी है, इसीलिये कर्मचारियों को आवास उपलब्ध कराया जाता है, अनेक संवर्गो को आवश्यक सुविधाएं मुफ्त भी दिए जाने की व्यवस्था है। इस प्रकार बिजली काटा जाना अनुचित है। कर्मचारियों ने यह भी कहा कि घरों में महिलाएं और बच्चे थे लेकिन उस पर भी घरों में घुसकर बिजली काटी गई जो आपत्तिजनक है।