लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने शुक्रवार को विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित जागरूकता रैली को झण्डी दिखाकर रवाना किया। रक्तदान जागरूकता रैली शताब्दी अस्पताल फेज-2 से शहीद स्मारक तक गयी।
रक्तदान से ही रक्त की आवश्यकता को कर सकते हैं पूरा
कार्यक्रम में पैरामेडिकल साइंसेस के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आमजन को रक्तदान के लिए प्रेरित किया गया तथा रक्तदान प्रति समाज में फैली भ्रांतियों के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशुतोष टण्डन ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है और रक्तदान के द्वारा ही रक्त की आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है।
आ रही जागरुकता
उन्होंने बताया कि रक्तदान को लेकर समाज में विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां फैली हैं लेकिन अब समाज में इसके प्रति जागरुकता आ रही है और समाज के प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह रक्तदान के लिए अपने आसपास के हर वर्ग के लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने रक्त पर शोध एवं रखरखाव पर आने वाले व्यय के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए राज्य सरकार एवं केजीएमयू ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चन्द्रा के सहयोग की सराहना की।
राजन शुक्ला ने किया 112 बार रक्तदान
कुलपति ने कहा कि हजारों रुपये का व्यय होने के उपरांत भी जरूरतमंदों को नि:शुल्क रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है और इसके साथ ही कुलपति ने आमजन को भी रक्तदान कर इस पुनीत कार्य में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर राजनीतिक पेंशन विभाग के प्रमुख सचिव राजन शुक्ला ने बताया कि वह स्वयं 112 बार रक्तदान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान का महत्व इसलिए अभी भी बना हुआ है क्योंकि अभी तक कोई ऐसी तकनीक नहीं है जो सिंथेटिक रक्त बना सके।
रक्तदान से नहीं आती कमजोरी
उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा किये गये एक यूनिट रक्त से तीन व्यक्तियों को उसका लाभ मिल सकता है और यह सिर्फ भ्रांतियां है कि रक्तदान से कमजोरी आती है या फिर इससे प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। कार्यक्रम का सफल संचालन केजीएमयू ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चन्द्रा ने किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसएन शंखवार सहित कई चिकित्सक, कर्मचारियों एवं पैरामेडिकल साइंसेस के छात्र-छात्राएं, कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह उपस्थित रहे।