जिला चिकित्सालयों में कैथराइजेशन लैबोरेटरी की होगी सुविधा : स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह
लखनऊ। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू), राम मनोहर लोहिया संस्थान एवं संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआईएमएस) संस्थान में मरीजों का दबाव काफी है। इस दबाव को कम करने के लिए प्रदेश के चिन्हित जिला चिकित्सालयों में कैथ लैब (कैथराइजेशन लैबोरेटरी) की स्थापना कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। वहीं 25 चिकित्सकों को बेहतर काम करने के लिए सम्मानित किया गया।
कैथ लैब के अंतर्गत एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी सहित अन्य सुविधाएं होंगी। उक्त बातें केजीएमयू के साइंटिफिक कन्वेन्शन सेन्टर में बुधवार को आयोजित ‘हेल्थ आईकन अवाड्र्स सीजन-2’ में प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कही।
समारोह में चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृश्ट कार्य करने वाले 25 चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। इस दौरान मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हेल्थ आइकन अवार्ड से चिकित्सकों को सम्मानित किया जाना सराहनीय कार्य है। चिकित्सक को समाज बड़े सम्मान की दृष्टि से देखता है और उसे धरती का भगवान मानता है। चिकित्सा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले चिकित्सकों को अवार्ड देना एक अच्छी बात है। इससे चिकित्सकों एवं चिकित्सा क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों का उत्साहवर्धन होता है।
मंत्री ने इन्हें दिया हेल्थ आईकन अवार्ड
प्रो. एमएलबी. भट्ट, प्रो. राकेश कपूर, प्रो. दीपक मालवीय, डॉ. आरके. ठुकराल, डॉ. ऋषि सेठी, आशुतोष सोटी, डॉ. सुमित रूंगटा, डॉ. अनुज माहेश्वरी, डॉ. विवेक आनंद सारस्वत, कमांडर सुमित घोष, डॉ. अनूप कुमार बाजपेई, सौरभ गर्ग, डॉ. हैदर अब्बास, डॉ. पुष्पलता संखवार, डॉ. संजय यादव, वैद्य प्रमोद जयसवाल, डॉ. विक्रम आहूजा, डॉ. यशपाल सिंह, डॉ. राकेश रवि द्विवेदी, डॉ. सुनीत कुमार मिश्र, डॉ. सचिन अवस्थी, डॉ. जीतेन्द्र तिवारी, डॉ. अरुण रायजदा, डॉ. नवनीत त्रिपाठी एवं डॉ. रेहान अहमद फारुकी हैं।