लखनऊ। केजीएमयू के पीडियाट्रिक एण्ड प्रिवेंन्टिव डेन्टिस्ट्री विभाग ने रविवार को करोडिय़ा गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिविर लगाया। यह शिविर सीतापुर जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर सिधौली तहसील ग्राम कोरडिय़ा में लगाया गया था। शिविर में दांत के रोग से परेशान 300 बच्चों का इलाज किया गया और दवाइयों का वितरण किया गया। वहीं गंभीर समस्या से पीडि़त थे उनको तथा अन्य बच्चों को केजीएमयू में इलाज देने के लिए बुलाया गया।
बच्चों को दांत के सफाई के गुर सिखाए
शिविर में सीनियर रेजिडेंट भरत कुमार ने बच्चों को दिन में दो बार दंत साफ करने की सलाह दी साथ ही दंत को सुरक्षित रखने व मजबूती को बरकार रखने के लिए बच्चों को दांत के सफाई के गुर सिखाया। शिविर की शुरूआत केजीएमयू के प्रशासनिक भवन के सामने पीडियाट्रिक एण्ड प्रिवेन्टिव डेन्टिस्ट्री विभाग अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार चक ने बस को हरी झण्डी दिखाकर डेंटल टीम को रवाना किया। इसमें सीनियर रेजीडेंट भरत कुमार, डॉ. दुर्गा, डॉ. पल्वी, डॉ. गीतिका, डॉ. ओमवीर सिंह उपस्थति थे।
कंबल का वितरण
श्री बालाजी ग्रामोद्योग सेवा समिति एवं पीडियाट्रिक डेंटिस्ट्री तथा आईआईएम लखनऊ ब्रांच के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम कोरडिय़ा तहसील सिधौली जिला सीतापुर में बाल दंत चिकित्सा शिविर एवं दिव्यांग जनों एवं जरूरतमंदों के लिए कंबल वितरण किया गया। इसमें ग्राम प्रधान राम हर्ष सिंह व ग्राम विकास अधिकारी राम नरेश वर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम में संस्था के सभी पदाधिकारी व सहयोगी जन तथा केजीएमयू की डेंटल टीम ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी नरेश कुमार उपस्थित थे।
शिविर के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि गांव में सामान्यता बच्चों की स्थिति दांतो की स्थिति अच्छी है। कार्यक्रम के बाद सभी सहयोगी को स्मृति पत्र देकर सम्मानित किया गया। केजीएमयू कार्यक्रम के दौरान संस्था के पदाधिकारियों ने ग्राम विकास अधिकारी के सामने गांव की समस्याओं का भी जायजा लिया जिसमें मुख्य रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक विद्यालय की जर्जर अवस्था के बारे में चर्चा की गई।