लखनऊ। आयुष्मान योजना के तहत मरीज से जांच के नाम पर रुपए लेने का मामला सामने आया है। बाराबंकी निवासी उमा वर्मा के रीढ़ में फोड़ा है। बीपीएल कार्डधारक पिता रघुराज ने केजीएमयू में आयुष्मान योजना के तहत इलाज की कवायद शुरू की। हड्डी रोग विभाग में डॉ. आरएन श्रीवास्तव के निर्देशन में इलाज शुरू हुआ। डॉक्टर ने मरीज को भर्ती करने की सलाह दी।
यह लगाया आरोप
बीपीएल कार्डधारक रघुराज का आरोप है कि आयुष्मान योजना के लिए कई बार आवेदन किया। इसके बावजूद योजना के तहत मुफ्त इलाज शुरू नहीं हुआ। अब तक जांच पर करीब पांच हजार रुपये खर्च हो चुके हैं। मरीज की एमआरआई समेत दूसरी जांच कराई गई है। गरीब पिता ने उधार लेकर जांच कराई। बुधवार को तीमारदारों ने इलाज पर और खर्च करने में असमर्थता जाहिर की। गुस्साए तीमारदारों ने हंगामा किया। उसके बाद कर्मचारियों ने मरीज का पंजीकरण आयुष्मान योजना के तहत किया।