लखनऊ। बलरामपुर अस्ताल में संविदा कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के बाद अस्पताल प्रशासन और अवनि परिधि कंपनी को झुकना पड़ा। लेकिन संविदा कर्मचारियों को बुधवार शाम तक खाते में डाले गए वेतन से नाराज हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि संविदा कर्मचारी छह माह का बकाया वेतन की मांग कर रहे थे, जबकि कंपनी ने सिर्फ एक माह का ही कर्मचारियों के खाते में वेतन दिया है। इससे कर्मचारी संतुष्ट नहीं हैं और गुरुवार को भी प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
दो घंटे किया प्रदर्शन
इससे पहले संविदा कर्मचारियों को छह माह से वेतन नहीं मिलने से कई बार अस्पताल प्रशासन और अवनि परिधि कंपनी के अफसरों को चेताया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। तय कार्यक्रम के तहत संविदा कर्मचारियों ने बुधवार को सुबह आठ बजे से लेकर 10 बजे तक दो घंटे निदेशक कार्यालय के पास इक_ा होकर जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी की। संविदा के समर्थन में स्थायी कर्मचारी भी रहे। कर्मचारी मांग कर रहे थे कि उनका छह माह का बकाया वेतन तुरंत भुगतान किया जाए।
नौकरी से हटवाने की दी धमकी
उधर, बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने भी कर्मचारियों के समर्थन में आते हुए अवनि परिधि कंपनी के अफसरों को प्रदर्शन की सूचना देते हुए वेतन भुगतान को कहा। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही अवनि परिधि कंपनी की ओर से सुबोध मिश्रा पहुंचे। काफी जद्दोजहद के बाद कर्मचारी उनकी बात माने और शांत हुए। सुबोध ने आश्वस्त किया कि वह शाम तक खातों में रुपए डलवा देंगे। कर्मचारियों का आरोप है कि सुबोध ने अस्पताल से जाते समय कुछ कर्मचारियों को धमकाया है कि यदि गुरुवार को प्रदर्शन किया तो वह कर्मचारियों को नौकरी से हटा देंगे। इस पर कर्मचारियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। कर्मचारियों का आक्रोश देख वह तेजी से निकल गए।
संविदा कर्मचारियों के मुताबिक सभी वार्ड ब्वॉय, आया, सफाईकर्मी व अन्य पद पर अवनि परिधि कंपनी की ओर से बलरामपुर अस्पताल में नौकरी कर रहे हैं। प्रदर्शन के बाद बुधवार शाम को कर्मचारियों के खाते में महज एक माह का वेतन आया। यही नहीं इस एक माह के वेतन में भी किसी कर्मचारी का साढ़े छह हजार तो किसी का नौ हजार वेतन आया है।
यह बात भी
वहीं बलरामपुर, सिविल, लोहिया समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में सिल्वर टच टेक्नोलॉजी कंपनी के तहत डाटा और सीनियर सपोर्ट एक्जीक्यूटिव के पद पर काम कर रहे संविदा कर्मचारियों का वेतन भी दो माह से नहीं आया है। इन कर्मचारियों के वेतन से भी सिल्वर टच कंपनी ने तीन से चार हजार रुपए काट लिए हैं।
कंपनी ने करीब 20 दिन पहले पीएफ की कटौती की बात कहते हुए पीएफ खाते में काटे गए रुपए डालने की बात कही थी। कंपनी ने पीएफ नंबर तो कुछ कर्मचारियों को दे दिया, लेकिन अभी तक उस पीएफ खाते में कटौती वाली धनराशि नहीं पहुंची है। पीएफ और दो माह से वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी खफा हैं।