लखनऊ। पीजीआई कर्मचारियों में एम्स के समान भत्ता नहीं मिलने उसे रोष बढ़ रहा है। इसे लेकर कर्मचारियों ने आर-पार की लड़ाई के लिए मूड बना लिया है। गुरुवार को कर्मचारी नेताओं ने भी समर्थन जुटाने के लिए जागरुकता अभियान चलाया।कर्मचारी नेताओं ने पीजीआई प्रशासन को हड़ताल की नोटिस देकर आगाह किया है।
18 दिसंबर को आम सभा
कर्मचारी नेताओं का कहना है कि योगी सरकार संस्थान के स्थापना से मिल रहे एम्स के समान भत्ते पर रोक लगा रही है। संस्थान के कर्मचारी 18 दिसंबर को आम सभा करेंगे। आम सभा में हड़ताल की रूपरेखा तय होगी। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि यदि सरकार 15 दिन के अंदर भत्ते देने का आदेश बहाल नहीं करती है, तो संस्थान के समस्त कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर हड़ताल करेंगे।
एम्स के समान भत्ते न मिलने से पीजीआई के कर्मचारियों का वेतन 10 से 20 हजार रुपये तक कम मिलेगा। साथ ही अन्य कई सुविधायें भी खत्म होंगी। इसमें एचआरए करीब छह से 10 हजार रुपए, ट्रांसपोर्ट एलांउस करीब 32 सौ रुपये, पीसीए करीब 51 सौ रुपये, नर्सिंग एलांउस करीब आठ हजार रुपये के अलावा वर्दी व वाशिंग भत्ता, बच्चों की फीस व एलटीसी आदि में कटौती होगी।