लखनऊ। अब तक उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 882 लोगों को लाभ मिल चुका है। 50 जनपदों में प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पत्रों को वितरित करने का कार्य किया जा रहा है। 25 और जनपदों में यह कार्य जल्दी पूरा कर लिया जाएगा। उक्त बातें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कही।
शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयुष्मान भारत ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनाÓ के लखनऊ के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित पत्रों के वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।
10 लाख लोगों को जोड़ा जाएगा
स्वास्थ्य मंत्री ने योजना के बारे में बताया और कहा कि जो लोग छूट गए हैं ऐसे लगभग 10 लाख लोगों को उत्तर प्रदेश में जोड़ा जाएगा। उन पर आने वाला पूरा खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि मैंने निर्देश दिए हैं कि जो लोग छूट गए हैं, 2 माह के अंदर उन्हें जोडऩे का कार्य पूरा करें। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक 1190 अस्पताल सूचीबद्ध किए जा चुके हैं जिसमें 19 मेडिकल कॉलेज भी सम्मिलित है।
ये थे मौजूद
इस अवसर पर आयोजित समारोह में गृहमंत्री के अतिरिक्त माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, मंत्री विधि एवं न्याय बृजेश पाठक, माननीय चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन, वरिष्ठ विधायक सुरेश श्रीवास्तव, जयदेवी तथा भाजपा के जिला अध्यक्ष रामनिवास यादव एवं भाजपा के महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशांत त्रिवेदी, महानिदेशक परिवार कल्याण डॉक्टर नीना गुप्ता तथा लखनऊ के सभी बड़े अस्पतालों के निदेशक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक तथा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र अग्रवाल तथा भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ चिकित्सा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।
छोटे शहरों में भी खुलेंगे अस्पताल
स्वास्थ्य मंत्री ने मंच पर उपस्थित चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन से आग्रह किया कि पीजीआई को भी सूचीबद्ध करा दें। इस प्रकार लगभग 1.18 करोड़ परिवारों को प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पत्र व्यक्तिगत रूप से आशा, आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर बांटा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मोदी केयर के द्वारा अब छोटे शहरों में भी अस्पताल खुलेंगे। क्योंकि अधिकतर लाभार्थी छोटे शहरों से हैं।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम की लॉन्चिंग पहले हो चुकी है और बहुत से लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में इसकी संख्या 14 लाख है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने वैलनेस सेंटर के बारे में सोचा है और न केवल बीमारियों का इलाज अपितु बीमारियों से बचाव के बारे में सोचा जा रहा है।
5 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री द्वारा लिखे गये पत्रों का वितरण
राजनाथ सिंह ने कहा कि लोग इसको मोदी केयर का नाम दे रहे हैं यह मोदी केयर नहीं मोदी कवच एक अभिनव योजना है। उन्होंने कहा कि यह पहली सरकार है जो गरीबों के इलाज के बारे में सोच रही है प्रधानमंत्री ने सबसे पहले स्टेंट की कीमत कम की और नी ट्रांसप्लांट की कीमत में भी 85 फीसदी की कमी की। इस अवसर पर गृहमंत्री ने 15 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री द्वारा लिखे गये पत्रों का वितरण भी किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एस के सक्सेना ने किया।