लखनऊ। एसजीपीजीआई में नर्सिंग एसोसिएशन के काली पट्टी आंदोलन का सोमवार को पांचवा दिन रहा। एसोसिएशन का लगातार आंदोलन जारी है लेकिन शासन-प्रशासन ने उनकी मांगों के समाधान के कोई कार्रवाई नही कर रही है।
यह बताई मांग
एसोसिएशन संविधानिक तरीके से अभिव्यक्ति के मौलिक अधिकार व ट्रैड यूनियन एक्ट के अधिकारों के तहत लोकतांत्रिक व्यवस्था की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। एसोसिएशन के महामंत्री सुजान सिंह ने बताया कि नर्सेज का कई वर्षों से उनका हक, अधिकार छीना जा रहा है तथा उनका शोषण किया जा रहा है। अगर निम्न मांगों जैसे कि नर्सेज के नए पद नाम को लागू करना, हायर शिक्षा भत्ते के बकाये का भुगतान कराना, 7वें वेतनमान के भत्तों को दिलाना, 7वें वेतनमान के फिक्सेशन को ठीक कराना, नए 500 नर्सेज की नियमित भर्ती कराना, आउटसोर्सिंग स्टाफ को समान कार्य, समान वेतन दिलाना, स्पेशल एरिया भत्ता का कुल नर्सेज की संख्या का 35 फीसदी नर्सेज को दिलाना व वेतन पर्ची में दर्शाना।
… तो उग्र होगा आंदोलन
इन प्रमुख मांगों का समाधान के लिए 19 जून को 11 से 1 बजे तक विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अगर फिर भी मांगों का समाधान नही होता है तो एसोसिएशन आंदोलन तेज करने पर बाध्य होगी। संस्थान प्रबंधन, यूपी शासन, यूपी सरकार, सेंशियल सर्विसेज देने बाले कर्मचारियों का ईएसएमए की आड़ में शोषण, अधिकारों का हनन किया जा रहा है जो कि असंवैधानिक है। यह जानकारी एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला और महामंत्री सुजान सिंह ने दी है।