लखनऊ। सभी सीएचसी, पीएचसी एवं जिला चिकित्सालय परिसर में साफ-सफाई एवं पीने के लिये साफ पानी की व्यवस्था की जाए। इससे वेक्टर जनित रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
उक्त निर्देश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अपर निदेशक एवं संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारियों को दिया है। इसके साथ ही अपर निदेशकों को कहा कि मरीजों के साथ तीमारदारों को आवश्यक सुविधायें भी उपलब्ध कराएं। स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को नवीन भवन स्थित तिलक हॉल में वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम व नियंत्रण के लिए अन्तर्विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
दिमागी बुखार के लिए दस्तक अभियान
जून के मध्य से मानसून आने की संभावना रहती है, ऐसे में उमस के चलते संचारी रोगों का फैलाव होता है। उन्होंने निर्देश दिया कि मानसून में होने वाले रोगों से बचाव के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक अंतर्विभागीय समन्वय समिति का गठन किया जाए और पहले सप्ताह में बैठक कर समस्त विभागों के तैयारियों की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि दिमागी बुखार से सर्वाधिक प्रभावित गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के 7 जनपदों में 15 जुलाई से दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का संचालन किया जाएगा।
दवाइयों का करें भण्डारण
मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी अस्पताल सभी दवाइयां, ओआरएस, एंटीबायोटिक, आईवी, फ्ल्यूड आदि का भण्डारण कर लें। इसके साथ ही आशा एवं एएनएम द्वारा क्लोरीन की गोलियों को क्षेत्र में वितरण कराएं। वहीं जनपदीय एव ब्लॉक स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कराएं।
जागरुकता लाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव प्रशान्त त्रिवेदी ने कहा कि वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिये लोगों का जागरूक करने के लिये प्रचार-प्रसार के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जागरूक करेंगे। त्रिवेदी ने समस्त सीएचसी, पीएचसी एवं जिला चिकित्सालयों में एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। शव वाहन की भी व्यवस्था की जाए, किसी भी स्थिति में शव को कंधे, ठेलिया, रिक्शा आदि पर ले जाने की अनुमति न दी जाए।
ये रहे मौजूद
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव, ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंकज कुमार, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं पद्माकर सिंह, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ सहित कृषि, सिंचाई, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, पशुधन एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।