नई दिल्ली। फसलों पर कीटों के प्रकोप से बचाने के लिए रसायनों को प्रयोग किया जाता है। इनके प्रयोग से यह बात सामने आई थी कि इससे कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। एक शोध में यह बात सामने आई है कि कैंसर को इससे कोई खतरा नहीं है।
फसलों पर कीटनाशी रसायनों का इस्तेमाल किए जाने से उपभोक्ताओं को कैंसर का कोई खतरा नहीं होता है। गुजरात के वापी शहर स्थित जय रिसर्च फाउंडेशन (जेआरएफ) ने अपने एक शोध में वापी में कहा है कि कैंसर का कीटनाशक से कोई संबंध नहीं हैं।
तो सरकार कब का प्रतिबंध लगा चुकी होती
अगर कीटनाशक की वजह से कैंसर होता तो सरकार कब का प्रतिबंध लगा चुकी होती। डॉ. देशपांडे ने कहा कि कीटनाशक दवाइयां विभिन्न प्रकार के कीट पतंगों और फंगस से फसल की सुरक्षा कर उत्पादन बढ़ाने में कारगर साबित हुई हैं।
कीटनाशक को सभी प्रकार के वातावरण में परखा जाता है और सभी में सुरक्षित साबित होने के बाद ही इसे स्वीकृति मिलती है। इसके बाद इसे देश और विदेश के कई स्वीकृत एजेंसियों द्वारा टेस्ट किया जाता है फिर इनके इस्तेमाल की अनुमति दी जाती है। भारत मे कीटनाशकों को सेंट्रल इंसेक्टिसाइड बोर्ड एंड रेजिस्ट्रेशन कमिटी द्वारा अनुमति प्रदान की जाती है।