लखनऊ। एक समय था जब प्रदेश में पैसे खर्च कर भी एम्बुलेंस पाने में काफी समस्या होती थी और लोगों को खुद के संसाधनों से ही मरीज को अस्पताल पंहुचाना पड़ता था, वर्ष 2012 में प्रदेश सरकार द्वारा 108 एम्बुलेंस सेवा के संचालन की जिम्मेदारी जीवीके ईएमआरआई (संस्था)को प्राप्त हुई थी।वर्तमान में यह एम्बुलेंस सेवा इतिहास रच चुकी है और अब तक एक करोड़ से अधिक मरीजों को समय रहते अस्पताल पंहुचा चुकी हे। यही नही अभी हालही में प्रारम्भ की गयी एएलएस एम्बुलेंस सेवा भी लगातार नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है।
टीम ने बखूबी निभाई जिम्मेदारी
देश के 11 राज्यों व श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो में सफलतापूर्वक एम्बुलेंस सेवा का संचालन कर रही संस्था जीवीके ईएमआरआई को ही वर्ष 2012 में राज्य सरकार ने 108 एम्बुलेंस सेवा के संचालन का जिम्मा सौंपा तो संस्था ने इसे पूरी तनमयता से निभाया,संस्था के मुख्य परिचालन अधिकारी जितेंद्र वालिया ने बताया कि यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है और इस लिए यहां पर जिम्मेदारी भी बड़ी है पर इस जिम्मेदारी को हमारी टीम ने बखूबी निभाया है। एम्बुलेंस सेवा ने सिर्फ मरीजों को ही घर से अस्पताल या फिर अस्पताल से घर नही पंहुचाया बल्कि हादसों के समय पर भी हमने मोर्चा संभालते हुए घायलों को समय रहते ही नजदीकी अस्पताल पंहुचाकर उनकी जान बचाने में सराहनीय भूमिका निभायी है। कानपुर के आगे कालिका रेल हादसा हो या रायबरेली में एनटीपीसी में ब्वायलर विस्फोट का मामला हमने आगे बढ़कर चुनौतियों का सामना किया यही नही अभी कुछ समय पूर्व पारा में रेलवे पुल के ऊपर से अनियंत्रित होकर पलटी टैक्टर ट्राली में घायल हुए दर्जनों लोगों को एम्बुलेंसों ने समय पर ट्रामा सेंटर पंहुचाकर उनका उपचार शुरू कराया।
इतिहास रचने का काम किया
श्री वालिया ने अप्रैल तक के आंकड़े जारी करते हुए बताया कि 108 एम्बुलेंस सेवा द्वारा अब तक एक करोड़ 12 लाख 421 लोग लाभवन्तित हो चुके हैं। श्री वालिया ने बताया कि सात प्रमुख आपात मामलों में जिसमें ट्रामा के 89 हजार599,कार्डियक के 25 हजार 929,डायबिटीज के 11 हजार 370,पेट संबधी मामलों में सबसे अधिक 9 लाख 29 हजार 441 तथा प्रसव के 47 लाख 93 हजार 273 मरीजों को हमने तत्परता से अस्पताल पहुँचाया और उनका उपचार शुरू हो सका। 108 सेवा के बारे में बताते हुए श्री वालिया ने कहा कि हमारी टीम ने प्रसूताओं को अस्पताल पंहुचाने के साथ ही एम्बुलेंस में भी बड़ी संख्या में सुरक्षित प्रसव कराकर भी इतिहास रचने का काम किया है उन्होने कहा कि राज्य सरकार से सहमति मिल चुकी हे और जल्द ही हमारे बेड़े में कइ्र नयी एम्बुलेंस शामिल हो जायेंगी जिससे हम सेवा में और भी तेजी ला सकेगे। उक्त प्रेस रिलीज संस्था के मीडिया कन्सल्टेंट आनन्द दीक्षित ने जारी की।http://www.healtehelp.in