डेस्क। क्या आप कंप्यूटर पर लगातार काम करते हैं तो सावधान हो जाइए। इससे आपको मायोपिया नाम की बीमारी हो सकती है। इस बीमारी से आंखों में वस्तुओं का प्रतिबिंब ठीक से नहीं बन पाता है। यह हमारे शरीर का नाजुक हिस्सा होता है, जरा सी लापरवाही से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आपको बता दें कि हमारी उम्र के बढऩे के साथ ही आंखों की मांसपेशियां का लचीलापन कम होता जाता है और मांसपेशियों के कठोर होने के कारण आंखों में कई तरह के दोष उत्पन्न होने लगते हैं। यही है निकट दृष्टि दोष यानि कि मायोपिया।
लक्षण
इसमें आपको दूर की चीजें साफ नहीं दिखाई देती हैं। इसके अलावा आप गाड़ी ड्राइविंग करते हैं, खेल खेलने के दौरान या उंचाई से नीचे देखते समय सिरदर्द आंखों पर दबाव, चक्कर जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बच्चों में जब यह समस्या होती है तो वो अक्सर यह शिकायत करते हैं कि उन्हें स्कूल में ब्लैकबोर्ड साफ नहीं दिखता है। अगर ऐसा है तो आप डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
कारण
यह तो आप जानते ही हैं कि मायोपिया होने वस्तुओं से आने वाली प्रकाश की किरणें आंखों द्वारा अपवर्तन के बाद रेटीना के पहले ही प्रतिबिम्ब बना देती हैं (न कि रेटिना पर) इस कारण दूर की वस्तुओं का प्रतिबिम्ब स्पष्ट नहीं बनता और चींजें धुंधली दिखतीं हैं। अगर आप बहुत ज्यादा देर तक कंप्यूटर पर काम करते हैं या किताब को बहुत पास से पढ़ते हैं या लंबे समय तक टीबी देखते हैं तो मायोपिया का खतरा बढ़ जाता है।
कहीं ऐसा तो नहीं
कई बार शरीर में पोषक तत्वों की कमी से भी ये रोग हो सकता है। दाल न खाने, कम खाने या बिना छिलके वाली दाल खाने से ये समस्या हो सकती है। इसके अलावा हरी सब्जियों के कम सेवन से, विटामिन ए की कमी से या बिना चोकर वाला आटा खाने से भी ये समस्या हो सकती है।