लखनऊ। गोमती नगर स्थित लोहिया संस्थान में मरीजों को और बेहतर इलाज मुहैया होगी। क्योंकि अगले माह से ही संस्थान में फेफड़े के कैंसर का इलाज भी मिलना शुरू हो जाएगा। इसके अलावा पल्मोनरी मेडिसिन विभाग को भी उच्चीकृत करने का फैसला लिया गया है। इस विभाग में भी सुविधाएं बढ़ाने पर काम चल रहा है। यह जानकारी मंगलवार को लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने दी। यह अवसर था डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में पल्मोनरी मेडिसिन विभाग का पहला स्थापना दिवस का।
इसकी भी मिलेगी सुविधा
इस दौरान पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रभारी डॉ. हेमंत कुमार ने विभाग की उपलब्धियां गिनाईं। बताया कि एक साल में करीब 16 हजार मरीजों का इलाज ओपीडी में किया गया। वहीं, 100 से ज्यादा मरीजों का ब्रोंकोस्कोपी किया गया। विभाग की ओर से शोध कार्य पर भी जोर दिया जा रहा है। उनका दावा है कि अगले माह से इनडोर सेवाओं में स्लीप मेडिसिन लैब, एडवांस पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट शुरू होनी है। जबकि 2022 तक पोस्ट एजुकेशन शुरू करने का लक्ष्य है।
डॉक्टरों और कर्मचारियों को किया सम्मानित
निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने पल्मोनरी मेडिसिन विभाग को उच्चीकृत करने के लिए हर संभव मदद करने का भरोसा दिया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भुवन चंद्र तिवारी, रजिस्ट्रार डॉ. राजन भटनागर ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर विभाग में अच्छा कार्य करने के लिए कई डॉक्टरों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। समारोह में विभाग के डॉ. हरगोविंद सिंह, डॉ. एसएन कालरा, डॉ. मनोज पांडे, डॉ. ऋषभ चौधरी मौजूद रहे।