लखनऊ। पूर्व गृहमंत्री स्वामी चिन्मयानंद का स्वास्थ्य खराब होने के चलते सोमवार को लखनऊ के रायबरेली रोड स्थित एसजीपीजीआई के एनआईसीयू में भर्ती किया गया है। एसजीपीजीआई के निदेशक राकेश कपूर के मुताबिक उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। इसके चलते उन्हें भर्ती किया गया है। गौरतलब है कि स्वामी की तकलीफ तब बढ़ गई जब शाहजहांपुर की विधि छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
डॉक्टरों की टीम उपचार में लगी
स्वामी चिन्मयानंद को पीजीआई के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती किया गया है। वह कार्डियो एमआईसीयू में बेड नंबर 14 में भर्ती हैं। वरिष्ठ कार्डियोलाजिस्ट डॉ. पीके गोयल उनका इलाज कर रहे हैं। स्वामी चिन्मयानंद के पहुंचते ही पीजीआई के निदेशक डॉ. राकेश कपूर, सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल, पीआरओ आशुतोष सोती वार्ड में पहुंचे। उनका हाल जाना।
हृदय में दर्द होने की शिकायत
डॉक्टरों के मुताबिक चिन्मयानंद को हार्ट में दिक्कत है। उनके खून का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया। रिपोर्ट आने पर सही स्थिति पता चल सकेगी। वार्ड के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है। उनसे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारी ही जांच आदि के लिए जा पा रहे हैं। पीजीआई प्रशासन उनका हेल्थ बुलिटेन शाम तक जारी करेगा।
जेल में नहीं आई नींद
उल्लेखनीय है कि स्वामी चिन्मयानंद को 19 सितम्बर की शाम उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह पूरी रात चिन्मयानंद सो नहीं सके थे और जेल में टहलते हुए देखे गए थे। इसके अलावा अखाड़ा परिषद ने भी एक बैठक बुलाकर स्वामी चिन्मयानंद को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली है।
डायबिटीज की शिकायत
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो अमित अग्रवाल ने कहा है कि चिन्मयानंद को लम्बे समय से डायबिटीज की शिकायत है, उनकी एंजियोग्राफी की गयी थी लेकिन उसमें ब्लॉकेज नहीं दिख रहा था, इसलिए एंजियोप्लास्टी की आवश्यकता नहीं है। डॉ अग्रवाल ने कहा है कि दवाओं के जरिये उनकी हालत स्थिर की जायेगी, उसके बाद ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने की योजना बनायी जायेगी।