लखनऊ। केजीएमयू में बुधवार को पीआरओ ऑफिस के कलेक्शन सेंटर के 6 नम्बर में 6 से 7 कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया। इस घटना की जानकारी तत्काल ही मेडिकल सुप्रीटेंडेंट बीके ओझा को दी गई। वहीं कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह और महामंत्री प्रदीप गंगवार ने आज शाम 4 बजे तक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। घटना के बाद कर्मचारियों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। घटना के बाद कर्मचारियों ने काम भी बंद कर दिया है और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
करीब एक घंटे तक बनाए रखा बंधक
बुधवार सुबह करीब 11:बजे 50 से 60 डॉक्टर (जूनियर और सीनियर) अचानक आ धमके और कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। इसके बाद इंजार्च जिआउद्दीन को गालियां देते हुए कॉलर पकड़ लिया। वहीं लैब एसिस्टेंड किरन से बदसलूकी करते हुए उसका हाथ पकड़ लिया जिससे उनके हाथों की चूडिय़ां तक टूट गई। महिला को चोट भी आई है साथ ही उनका मोबाइल फोन भी टूट गया है। बताया गया है कि करीब एक घंटे तक सभी कर्मचारियों को बंधक बना गया था। इस बीच कोई भी अधिकारी सुध लेने नहीं आया था।
मरीजों को धक्का देकर बाहर निकाला
बताया गया है कि कमरे का दरवाजा बंद करने के पहले जो भी मरीज अंदर थे उन्हें जबरन धक्का देकर कमरे से बाहर कर दिया गया। हद तो तब हो गई जब ब्लड निकलवा रहे एक मरीज की निडिल निकालकर उन्हें भी जबरन बाहर कर दिया गया। ऐसे ही कई मरीजों को बाहर कर दिया गया।
यह था मामला
सूत्रों की मानें तो मंगलवार को कैश काउंटर पर एमबीबीएस के द्वितीय वर्ष का छात्र रशीद लेने आया हुआ था। इसी दरम्यिान कैशियर पंकज मौर्या को किसी बात को लेकर छात्र ने गाली दे दी थी। इसे घटना से नाराज छात्र ने आज यह हंगामा किया।