किसी न किसी उम्र में लोगों को बाल झडऩे की समस्या से परेशान होना पड़ता है। महिलाओं में बाल झडऩे की समस्या आम है। युवाओं मे 20 साल की उम्र में ही बाल झडऩे की समस्या देखी जा रही है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी (एएडी) के मुताबिक, अमेरिका में 8 करोड़ पुरुषों और महिलाओं में बालों के झडऩे की वंशानुगत समस्या (एलोपेसिया) है। बाल झडऩे के तमाम कारण हैं, लेकिन अमेरिकन हेयर लॉस एसोसिएशन की ताजा रिपोर्ट होश उड़ाने वाली है। इसके मुताबिक अब प्रदूषण के कारण भी बाल तेजी से झडऩे लगे हैं।
समझिए बालों का गणित
एक दिन में 50 और 100 बालों का झडऩा सामान्य है। सिर पर लगभग एक लाख बाल हैं और इतना बालों के झडऩा कोई चिंता की बात नहीं है। नए बाल सामान्य रूप से झड़े हुए बालों की जगह आ जाते हैं, लेकिन यह हमेशा नहीं होता। हेयर लॉस की समस्या या तो धीरे-धीरे यानी कुछ वर्षों में विकसित हो सकती है या अचानक भी ऐसा शुरू हो सकता है। हेयर लॉस स्थायी या अस्थायी हो सकता है। हेयर लॉस केवल स्कैल्प (खोपड़ी) पर मौजूद बालों को ही नहीं, पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। हालांकि बुजुर्गों में एलोपेसिया ज्यादा होता है, लेकिन बच्चों में भी बालों के अत्यधिक झडऩे की शिकायत हो सकती है।
किन कारणों से हेयर लॉस होता है?
जब बाल जड़ से गिरने लगते हैं और दोबारा नहीं उगते तो इस स्थिति को हेयर लॉस कहते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है तनाव। अन्य कारणों में शामिल हैं –
1. गर्भावस्था
2. प्रसव
3. बर्थ कंट्रो पिल्स का उपयोग बंद करना
4. मीनोपॉज
5. थायराइड की बीमारी
6. एलोपेसिया एरीट (एक ऑटोइम्यून बीमारी जो हेयर फॉलिकल्स पर हमला करती है)
7. स्कैल्प इन्फेक्शन जैसे दाद
8. कैंसर
9. उच्च रक्त चाप
10. गठिया
11. डिप्रेशन
12. हार्ट प्रॉब्लम्स
13. अत्यधिक वजन कम होना
14. तेज बुखार
अन्य कारणों में शामिल हैं
अमेरिकन हेयर लॉस एसोसिएशन के मुताबिक, हेयर लॉस में स्टाइलिंग उत्पाद और उपकरण भी दोषी हैं। इनमें शामिल हैं-
1. ब्लो ड्रायर्स
2. हीटेड कोम्ब
3. हेयर स्ट्रेटनर्स
4. कलरिंग प्रोडक्ट्स
5. ब्लीचिंग एजेंट्स
6. पम्र्स
7. रिलेक्सर्स
किस विटामिन की कमी से हेयर लॉस होता है?
नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इन्फोर्मेशन (एनसीबीआई) के अनुसार, विटामिन बालों की वृद्धि में आवश्यक भूमिका निभाते हैं। विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई, आयरन, सेलेनियम की कमी के कारण बालों का झडऩा शुरू होता है।
हेयर लॉस कैसे डायग्नोस किया जाता है?
बालों के झडऩे की शुरुआत नहाते समय या कंघी करते समय होती है। यदि सामान्य से ज्यादा बाल झड़ रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करे। डॉक्टर रोगी से परामर्श करने तथा परिवार में होने वाली बीमारियों का इतिहास जानने के बाद इलाज करेगा। बालों के झडऩे की समस्या को डायग्नोज करने के लिए विभिन्न परीक्षण किए जाते हैं। उनमें से कुछ हैं:
1. फिजिकल हेयर पुल टेस्ट
2. ब्लड टेस्ट
3. स्कैल्प बायोप्सी
4. लाइट माइक्रोस्कोपी
हेयर लॉस कैसे रोके?
यदि बाल आनुवांशिक रूप से झड़ रहे हैं, तो इसे रोकना थोड़ा मुश्किल होता है। हालांकि कुछ प्रकार के हेयर लॉस से बचा जा सकता है, जैसे ट्रैक्शन एलोपेसिया।
ट्रैक्शन एलोपेसिया मुख्य रूप से बालों के ज्यादा खींचे जाने के कारण होता है। उदाहरण के लिए ऐसी टाइट हेयरस्टाइल, जिससे बाल जड़ों से खिंचते हो। इस तरह की समस्या संभावित रूप से रोकी जा सकती हैं। बालों को ढीला बांधने की कोशिश करें और लंबे समय तक कस कर चोटी बांधने से बचें। इसके अलावा संतुलित आहार का सेवन करने और अपने तनाव के स्तर को नियंत्रण में रखने से हेयर लॉस से बचा जा सकता है।
बालों को झडऩे से रोकने के घरेलू उपचार
अंडे की सफेद : ये प्रोटीन, खनिज और बी-कॉम्प्लेक्स के भंडार हैं जो बालों के लिए जरूरी हैं। वे बालों के विकास के लिए पोषक तत्व प्रदान करते हैं और बालों को मजबूत भी करते हैं। ऑइली हेयर के लिए अंडे की सफेदी की सलाह दी जाती है क्योंकि यह ऑइल प्रोडक्शन को कम करता है। यह तेजी से हेयर ग्रोथ के लिए जैतून के तेल के साथ मिलाया जा सकता है।
एलोवेरा : यह अमीनो एसिड और प्रोटियोलिटिक एंजाइमों से भरपूर है जो बालों के विकास के लिए अच्छे हैं। बेहतर परिणाम के लिए इसे अरंडी के तेल और मेथी पाउडर के साथ मिलाया जा सकता है।
आंवला : इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स की उच्च सांद्रता होती है जो त्वचा कोशिकाओं के पुनर्जनन को बढ़ाती है। यह आपके स्कैल्प को कंडीशन करता है, भूरे बालों को कम करता है और हेयर वॉल्यूम बढ़ाता है। आंवला रूसी को भी कम करता है, इसलिए बालों को घना करता है। बेहतर परिणाम के लिए वेजिटेबल ऑइल, मेंहदी पाउडर, अंडा, पानी और दूध को आंवला के साथ मिलाया जा सकता है।
प्याज : इसमें डाइटरी सल्फर होता है जो एंजाइमों और प्रोटीन उत्पादन के लिए आवश्यक सबसे आम खनिज है। प्याज के रस के रोगाणुरोधी गुण स्कैल्प को संक्रमण से लडऩे में मदद करते हैं। दूसरी ओर, एंटीऑक्सिडेंट गुण मुक्त कणों को हटाता है जो हेयर फॉलिकल्स के नुकसान को कम करते हैं।
ऊपर बताए गए घरेलु उपचार अनुभव और विभिन्न परिस्थितियों कुछ लोगों को इलाज में प्राप्त सफलता पर आधारित है। इनसे आपको फायदा होने की संभावना है, लेकिन इसके संबंध में कोई भी आशंका है तो विषेशज्ञ से जरूर बात कर लें।