लखनऊ। झलकारीबाई अस्पताल में सुरक्षित मातृत्व के लिए अद्भुत मातृत्व कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में रोज 50 महिलाएं लाभांवित हो रही है। यह कार्यक्रम दो माह से चलाया जा रहा है। यह जानकारी बुधवार को झलकारीबाई अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था के दौरान मां के खान-पान और व्यवहार में संतुलन जरूरी है। मां स्वस्थ रहेगी तो बच्चा भी स्वस्थ रहेगा।
आहार की जानकारी ही नहीं
अस्पताल की एमएस डॉ. उर्मिला आर्या ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था। दरअसल महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सही आहार की जानकारी ही नहीं है। ऐसे में बच्चा दिव्यांग या फिर कई तरह की बीमारियां लेकर पैदा होता है। अस्पताल में ऐसे कार्यक्रम से गर्भावस्था के दौरान से शिशु जन्म तक की हर जानकारी प्रदान की जा रही है।
गर्मियों में खास जरूरत
विशेष सत्र में गर्भवती महिलाओं को अच्छा आहार, व्यवहार और विचारों को नौ माह के दौरान शामिल करने की जानकारी वक्ताओं द्वारा दी जा रही है। डॉ. सुधा ने बताया कि गर्मियों को ध्यान रखते हुए गर्भवती को आहार, व्यवहार, नींद व योग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है।
ऐसा हो तो अच्छा
आहार में मनमुताबिक खाना चाहिए, हर दो घंटे में हल्का खाना खाएं, खाने में फलों का सेवन भी जरूर करें। पानी भरपूर मात्रा में पीएं। गुस्सैल रवैए से दूरी बनाए रहे तो बेहतर होगा। तनावमुक्त होकर काम करना करें। गर्भावस्था के दौरान रात में 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। दिन में कम से कम 2 घंटे की नींद जरूर लें। यदि नींद नहीं आ रही हो तो आराम करें। भागदौड़ के काम से दूर रहें। हर तिमाही में योग के आसन बदलें सुबह और शाम को टहलें।