लखनऊ। स्तनपान के दौरान मां का स्वस्थ रहना भी जरूरी है। मां स्वस्थ रहेगी तो बच्चा भी स्वस्थ रहेगा। सबसे पहले हम बात करेंगे कि स्तनपान के दौरान मां का आहार क्या होना चाहिए। इस बो में जानकारी दे रहे हैं वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सलमान खान। डॉ. सलमान का मामना है कि गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान मां को एक अतिरिक्त आहार खाने की जरूरत होती है। यानि कि एक सामान्य स्त्री की अपेक्षा अधिक आहार लेना चाहिए।
डॉक्टर ने कहा ये खाएं
उन्होंने कहा कि स्तनपान कराते समय आपको शायद अपने खान-पान में बहुत ज्यादा बदलाव करने की जरूरत नहीं होगी, हालांकि कुछ महत्वपूर्ण चीजें हैं जो आपको ध्यान में रखनी होंगी। उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश करें कि आप संतुलित आहार योजना का पालन करें, जिसमें सेहतमंद खाद्य पदार्थों का मिश्रण हो। एक संतुलित आहार में निम्न चीजें शामिल होती हैं।
डॉक्टर से पूछ लें
स्टार्चयुक्त भोजन, जैसे कि चावल, ब्रेड, पूर्ण अनाज से बनी रोटी, आलू, जई (ओट्स), सूजी और पास्ता। सीरियल से बने स्टार्चयुक्त भोजनों की पूर्ण अनाज वाली वैरायटी चुनें। इससे आपको अतिरिक्त पोषण और फाइबर मिल सकेगा। कुछ डेयरी उत्पाद, जैसे कि एक गिलास दूध, दही या योगर्ट। यदि आपको लैक्टोज असहिष्णुता है, तो अपनी डॉक्टर से पूछें कि आप क्या खा सकती हैं। कुछ प्रोटीन जैसे कि दाल-दलहन, अंडे, मछली और वसा रहित मांस। पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां।
इसके अतिरिक्त आपको नीचे दिए गए पोषक तत्वों की भी आवश्यकता होगी-
आयरन : आपके आयरन के स्तर को उच्च रखने के लिए डॉक्टर आपको आयरन अनुपूरक लेने के लिए कहेंगी। मगर, जरुरी है कि आपको अपने आहार से भी आयरन मिले। आयरन के शाकाहारी स्त्रोतो (नॉन हीम आयरन) में शामिल हैं दालें, अंकुरित दलहन, मेवे और हरी पत्तेदार सब्जियां। गैर शाकाहारी स्त्रोतों (हीम आयरन) में कम वसायुक्त लाल मांस, मछली और मुर्गी (पॉल्ट्री)। अंडे भी आयरन का अच्छा स्त्रोत होते हैं।
कैल्शियम : हर दिन कैल्शियम से भरपूर भोजन की तीन सर्विंग खाएं, जैसे कि दूध और अन्य डेयरी उत्पाद, मछली, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम, या फिर कैल्शियम फोर्टिफाइड भोजन जैसे कि सीरियल्स, जूस, सोया और चावल के पेय और ब्रेड।
विटामिन डी : यह आपकी हड्डियों के विकास और संपूर्ण सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। यह शरीर की कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। धूप विटामिन डी के उत्पादन में शरीर की मदद करती है, मगर अधिकांश महिलाओं को इतनी देर सूरज की किरणें नहीं मिल पाती, जिससे कि पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी बन सके। इसके अच्छे स्त्रोतों में तैलीय मछलियां जैसे कि रावस, बांगड़ा और पेड़वे है। लाल मांस, अंडे की जर्दी और फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल भी कुछ विटामिन डी प्रदान करते हैं।
विटामिन सी : यह आयरन के बेहतर समाहन में मदद करता है। खट्टे फल, आंवला, अमरूद और पपीता विटामिन सी के अच्छे स्त्रोत हैं।
विटामिन ए : गाजर, अंडे, शकरकंदी, हरी पत्तेदार सब्जियां, कद्दू, लाल शिमला मिर्च, मटर, टमाटर और आम में अच्छी मात्रा में विटामिन ए होता है।