डेस्क। छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई फोन में इयरफोन लगाकर गाने सुनते और बाते करते हैं। इयरफोन लगाने से बाहर की कोई अवाज सुनाई नहीं देती। इयरफोन लगाकर गाने सुनने की आदत ज्यादातर स्कूल, कॉलेज के बच्चों और ऑफिस में काम करने वालों को होती है। इससे कान से संबंधित समस्याएं होने लगती हैं।
नींद न आना, मानसिक तनाव, डिप्रेशन और लगातार सिरदर्द होने का एक कारण लम्बे समय तक इयरफोन का इस्तेमाल करना भी हो सकता है।
इयरफोन को कानों में लगाने से कान की अंदर की कोशिकाएं मरने लगती हैं जिससे बैक्टीरिया तेजी से बढऩे लगता है और कानों में मैल जमा होने लगती हैं। मैल की समस्या से बचने के लिए १० से १५ मिनट गाने सुनने के बाद कानों की सफाई जरूर करें। हेडफोन से निकलने वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगे मस्तिष्क को गंभीर नुकसान पहुंचाती हैं। कुछ लोगों को रात में सोते हुए गाने सुनने की आदत होती हैं। इस आदत से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है।
लगातार इयरफोन का इस्तेमाल करने से कानों में दर्द होने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। कान सिर्फ ६५ डेसिबल तक की आवाज को सहन कर सकता है लेकिन कुछ लोग ऊंची आवाज में गाने सुनते हैं जिससे कम सुनाई देने लगता है। १० घंटे तक इयरफोन का इस्तेमाल करेंगे तो बहरेपन की शिकायत भी हो सकती है।