डेस्क। अस्थमा की बीमारी ज्यादातर प्रदूषण के कारण बढ़ती जा रही है। अस्थमा दो प्रकार का होता है बाहरी अस्थमा और आंतरिक अस्थमा। बाहरी अस्थमा पालतू जानवरों और धूल-मिट्टी से एलर्जी से होता है और आंतरिक अस्थमा होने का कारण रसायनिक तत्वों जैसे सिगरेट का धुआं, पेंट वेपर्स आदि का सांस लेने द्वारा शरीर में चले जाना है। इसके अलावा कारखानों, वाहनों से निकलने वाले धुएं से लोग अस्थमा के शिकार हो रहें हैं। इससे बचने के लिए आप कुछ घरेलू उपाए अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
ये हैं घरेलू उपचार
अदरक की चाय बनाकर लहसुन की दो पीसी हुई कलियां मिलाएं। इस चाय सुबह और शाम रोजाना पीएं। 30 मिली दूध में लहसुन की 5 कलियां डालकर उबालें। हर रोज इसका सेवन करें। सांस लेने में तकलीफ होने पर पानी में अजवाइन मिलाकर इसे उबालें और इसकी भाप लें।
दमा होने पर लौंग का काढ़ा बनाकर पीएं। इसे बनाने के लिए 125 मिली पानी में 4-5 लौंग डालकर 5 मिनट तक उबालें। फिर इसे छानकर 1 चम्मच शुद्ध शहद मिलाकर गर्म-गर्म पीएं। यह काढ़ा हर रोज 2-3 बार पीएं।