डेस्क। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और थायराइड के मरीजों को दिल के दौरे का खतरा सबसे ज्यादा होता है। हार्ट अटैक आने का खतरा मोटे लोगों में भी ज्यादा होता है। इसके अलावा अगर यंग और फिट लोग लंबे समय तक अपने स्वास्थ्य का ख्याल न रखें तो उनमें भी हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है।
गलत खान-पान के कारण लोगों में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके कारण बड़ों से लेकर युवाओं में भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है। जो लोग अधिक स्मोकिंग करते है उनकी हार्ट में ब्लड पहुंचाने वाली नब्ज ब्लॉक हो जाती है, जोकि हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है।
डायबिटीज के मरीजों में नब्ज ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है, जोकि हार्ट अटैक की संभावना बढ़ता है। इसलिए अगर डायबिटिक की समस्या से ग्रस्त है तो अपनी शुगर को कंट्रोल में रखे और नब्ज ब्लॉकेज की समस्या से भी बचने के लिए डाइट में हेल्दी फूड शामिल करें।
मोटापे से हार्ट अटैक आने का खतरा भी बढ़ जाता है। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है उनमें हाई बीपी, डायबिटिज और कोलेस्ट्रॉल की आशंका बढ़ जाती है।
उम्र बढऩे के साथ-साथ गलत खान-पान और व्यायाम न करने के कारण लोगों में कोलेस्ट्राल बढऩे लगता है, जोकि हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ावा देता है।
जिन लोगों के परिवार में कोई सदस्य दिल की बीमारी से ग्रस्त हैं, उनमें भी हार्ट संबंधी डिजीज की आशंका बढ़ जाती है।
हाई बीपी के मरीजों में कोलेस्ट्राल बढ़ जाता है, जिससे ब्लॉकेज की आशंका बढ़ जाती है। इससे हाई बीपी के मरीजों को कभी भी हार्ट अटैक आ सकता है।