डेस्क। छोटी-छोटी बात भूलने की समस्या को अब आप इग्नोर मत करिए। यह आगे चलकर अल्जाइमर या डिमेंशिया बीमारी बन सकती है। भागदौड़ भरी जिंदंगी में ऐसा होता है। पहले यह समस्या अधिक उम्र के लोगों को होती थी लेकिन अब यह समस्या कम उम्र के बच्चों में भी देखने को मिल रही है।
ये करें उपाय
याददाश्त मजबूत रखने के लिए अपनी डाइट में बादाम और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करें।
हरी सब्जियों, साबुत अनाज, मछली, जैतून का तेल और फलों का सेवन भी दिमाग को तेज करने में मदद करता है।
भूलने की बीमारी के दौरान दिमाग में बढऩे वाले जहरीले बीटा-एमिलॉयड नामक प्रोटीन के प्रभाव को ग्रीन टी के सेवन से कम किया जा सकता है।
रोजाना कम से कम 15-20 मिनट व्यायाम जरूर करें। सुबह-शाम 10 मिनट की सैर करने से भूलने की समस्या कम हो सकती है।
ऐसा क्यों होता है
तनाव या डिप्रेशन के कारण भी भूलने की बीमारी हो सकती है।
हर व्यक्ति को एक दिन में 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। जो अपनी नींद ठीक से नहीं ले पाते उनके दिमाग पर बुरा असर पड़ता है।
शराब, सिगरेट का सेवन भूलने की बीमारी का कारण भी बनता है।
विटामिन बी12 की कमी से भी यह समस्या हो सकती हैं।
ज्यादा दवाइयों का सेवन भी भूलने की बीमारी का कारण बन सकता है।
हाइपोथायरायडिज्म के कारण शरीर पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बना पाता है। यह हार्मोन दिमाग और सोच को नियंत्रित करने का काम करता है। थायराइड हार्मोन न बनने के कारण आप भूलने लगते है और धीरे-धीरे यह समस्या बढ़ जाती है।