लखनऊ। एक महिला के लिए मां बनना सबसे बड़ा सुख होता है। फैजाबाद की 30 साल की पूजा (बदला हुआ नाम) के साथ कुछ ऐसी समस्या थी कि डॉक्टरों ने बच्चेदानी निकालने की सलाह दे दी। पूजा बैंक कर्मचारी हैं और अविवाहित हैं। उनके पेट में सूजन थी। उन्होंने कई डॉक्टरों को दिखाया और जांच करने के बाद डॉक्टरों ने सर्जरी करके बच्चेदानी निकालने की सलाह दी।
बचा लिया बच्चेदानी को
फिर किसी ने सलाह दी कि गोमतीनगर स्थित सहारा हास्पिटल में एक बार जरूर दिखा लें। हास्पिटल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डा. ऋचा गंगवार ने मरीज पूजा की कुछ जाचें करवायी और बच्चेदानी को बचाते हुए गांठ निकालने का निर्णय लिया। इसके बाद ऑपरेशन के दौरान बच्चेदानी से तीन गांठे निकालीं, जो कि 12 सेन्टीमीटर, 10 सेन्टीमीटर और दो सेन्टीमीटर की गांठे थी। इसके साथ ही बच्चेदानी को पूर्णतया बचाते हुए सभी गांठों को सफलतापूर्वक बाहर निकाल दिया गया।
चिकित्सक और उनकी टीम को दी बधाई
डॉ. गंगवार ने बताया कि अब पूजा भविष्य में मां भी बन सकती हैं। छह दिन भर्ती करने के बाद छुट्टी के समय पूजा ने हास्पिटल की नर्सिंग और परामर्श व्यवस्था की सराहना की। सहारा इंडिया परिवार के सीनियर एडवाइजर अनिल विक्रम सिंह ने कि इस सफलता के लिए चिकित्सक और उनकी टीम को बधाई दी। उन्होंने बताया कि सहाराश्री कहते हैं कि कोई भी हास्पिटल तभी बेहतर तरीके से काम कर सकता है जब उसकी सेवाएं उत्कृष्ठ हो और टीम भावना से सब कार्य करें।