लखनऊ। यहां सीजी सेंटर में निर्माणाधीन कैंसर संस्थान की ओपीडी इसी साल के अंत तक (दिसंबर) शुरू कर दी जाएगी। यह निर्माण मुंबई के टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट की देखरेख में किया जा रहा है। बताया गया है कि दिसंबर तक संस्थान के दो बंकर बनकर तैयार हो जाएंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन की पहल पर कैंसर इंस्टीट्यूट की 1000 करोड़ की डीपीआर का नए सिरे से पुनर्गठन किया गया। इसके बाद ही इंस्टीट्यूट के काम में तेजी आई है।
ये भी हो जाएगा शुरू
इसके साथ ही ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी और रेडियोथैरेपी ब्लॉक भी शुरू हो जाएगा। मार्च 2020 तक 500 बेड का अस्पताल, चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ के आवासीय भवनों का निर्माण हो जाएगा। टंडन की व्यक्तिगत रुचि के कारण ही मुम्बई का टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ के कैंसर संस्थान को अपनी देखरेख में बनवाने के लिए तैयार हुआ। पहले डीपीआर में 8 बंकर बनाने का प्रस्ताव था।
यह हो चुका है
उन्होंने बताया कि निर्माण एजेंसी तो प्रोजेक्ट की पूरी एक हजार करोड़ रुपये मिलने के इंतजार में इलाज के लिए जरूरी संसाधन जुटाने का काम न कर दूसरे और तीसरे चरण के काम करने में ज्यादा रुचि दिखा रही थी। इसीलिए नवंबर 2015 में शुरू हुआ निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया। सपा सरकार ने बिना संसाधनों के ओपीडी शुरू की पूर्ववर्ती सपा सरकार ने आधी-अधूरी तैयारियों के साथ दो साल पहले कैंसर इंस्टीट्यूट की ओपीडी शुरू कर दी थी। दिखावटी तौर पर शुरू की गई यह ओपीडी रेफर सेंटर बन कर रह गई थी।