लखनऊ। प्रदेश में अब तक 421 स्वाइन फ्लू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। प्रदेश सबसे का सबसे प्रभावित जिला मेरठ है यहां 169 मरीज स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। राजधानी की बात की जाए तो 421 मरीजों में 17 फीसदी मरीज यहां हैं। यानि कि लखनऊ में इसके 72 मरीज पाए गए हैं। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
यह बातें डॉ. आर के गुप्ता ने सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में पत्रकारों से कही। डॉ गुप्ता ने कहा कि इन दिनों सामान्य बुखार सर्दी के मरीजों के साथ इनफ्लुएंजा ए के साथ एच1 एन1 के मरीजों की भी संभावना रहती है। सामान्य बुखार, सर्दी जुकाम खांसी के मरीज इलाज से 5 दिन में ठीक हो जाते हैं। ऐसे मरीजों को चाहिए कि वे अपने को स्वाइन फ्लू का मरीज न समझें और न हीं घबराए और न हीं जांच के लिए भटके।
लक्षण, ऐसा करें
गले में तेज चुभन के साथ दर्द, सांस फूलना, खांसी के साथ सीने में दर्द, नाखून नीले पडऩा, आदि लक्षण के मिलते ही राजकीय चिकित्सालय में चिकित्सक को दिखाएं। यदि जांच की आवश्यकता होगी तो चिकित्सक खुद ही जांच के सैंपल एकत्र कराएंगे और उसकी जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेजेंगे। जांच रिर्पोट पॉजिटिव आने की दशा में रोगी को मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर पर आवश्यक औषधि, स्वास्थ्य शिक्षा तथा मास्क उपलब्ध कराया जाएगा जो कि निशुल्क है। उन्होंने बताया कि जब भी खांसे, छींके अपने मुंह तथा नाक पर रूमाल या टिश्यू पेपर रखे, समय-समय पर हाथों को साबुन से धोते रहें ,घर पर ही आराम करें तथा किसी सार्वजनिक स्थल पर जाने से बचें। संक्रमित व्यक्ति से लगभग एक हाथ की दूरी बना लें ।
खुद न करें डॉक्टरी, ऐसा करें
अधिक से अधिक मात्रा में पानी तथा द्रव्य पदार्थ, सुपाच्य भोजन करें। हरी सब्जियां, मौसमी फल तथा फलों का अधिक सेवन करें, पूरी नींद लें, छींकते समय कोहनी का प्रयोग करें। अपने हाथ तथा मुंह को बार-बार ना छुएं। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ना जाएं। किसी से हाथ ना मिलाएं। अपनी चिकित्सा स्वयं ना करें। छींकते समय हथेलियों का उपयोग न करें। इस्तेमाल किए हुए टिशु पेपर या मास्क का निस्तारण करें।
डॉक्टर डीके बाजपेई ने कही बात
कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीके बाजपेई ने कहा कि स्वाइन फ्लू से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। इसको समय पर ही कंट्रोल कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को लखनऊ में तीन स्थानों पर स्वाइन फ्लू के बारे में रोकथाम तथा बचाव की जानकारी देने के लिए तीन विशेष चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
यहां लगेंगे शिविर
इंदिरा नगर, आशियाना आलमबाग तथा कृष्णा लोक नगर अलीगंज में लगाए जाएंगे। इन शिविरों में स्वाइन फ्लू की दवा भी उपलब्ध रहेगी तथा लोगों को स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जनपद के करीब 1600 ग्रामीण एवं शहरी प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में किया जा चुका है।
ये थे मौजूद
डॉक्टर आरके गुप्ता, डॉ एचके अग्रवाल, डॉक्टर डीके बाजपेई, डॉक्टर के पी त्रिपाठी, वेक्टर बोर्न डिसीज उपस्थित थे।