लखनऊ। जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बुधवार को सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। मेले में गर्भवती महिलाओं व बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा पौष्टिक खान-पान के बारे में बताया गया। मोहनलालगंज ब्लॉक के हुलसा खेड़ा आंगनबाड़ी केंद्र पर लगभग 15 बच्चों व महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। एएनएम ने महिलाओं के खून की जांच की, ब्लड प्रेशर नापा गया। बच्चों का वजन तथा लंबाई की नाप ली।
इनका करें सेवन
सुपोषण मेले में मौसमी फल, सब्जियों, पोषाहार से बने व्यंजनों, पौष्टिक खाद्य पदार्थों जैसे गुड़, चना, दालें, अंकुरित अनाज आदि का प्रदर्शन किया गया। बाल विकास परियोजना अधिकारी सरोज ने महिलाओं व बच्चों बताया कि हम स्थानीय खाद्य पदार्थों, मौसमी फलों व सब्जियों का सेवन करके कुपोषण को समाप्त कर सकते हैं। यह आवश्यक नहीं है कि हम बाजार से महंगे फल व सब्जियां खरीदें।
यह भी बताया गया
संचारी रोगों के बारे में भी महिलाओं को बच्चों को बताया कि मच्छर के काटने से मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियां होती हैं। इनसे यदि बचना है तो हमने अपने घर व घर के आस-पास सफाई रखनी चाहिए। किसी भी जगह पर पानी इकट्ठा नहीं होना चाहिए क्योंकि इक_े हुये पानी में मच्छर पैदा होते हैं। इस मौसम में पूरी आस्तीन के कपड़े पहने। इसके अलावा महिलाओं व बच्चों को हाथ धोने के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गयी।
कुपोषण को खत्म करने का प्रयास
सरोज ने बताया कि गर्भवती महिलाओं, बच्चों व किशोर/किशोरियों में कुपोषण को समाप्त करने के पोषण अभियान चलाया गया। इसके तहत सुपोषण मेला प्रत्येक महीने के प्रथम बुधवार को आयोजित होता है। इस मेले का उद्देश्य विभिन विभागों के सहयोग से कुपोषण को समाप्त करने का प्रयास करना है। कुपोषण को दूर करने में एएनएम, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व आशा को मिलकर काम करना होगा।