आयरन की नीली व गुलाबी गोलियों का वितरण
लखनऊ। अब राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान इंटर कॉलेज, माध्यमिक विद्यालयों में भी विफ्स कार्यक्रम के बारे में जागरुकता के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसे लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक पंकज कुमार ने सभी सीएमओ, सचिव, जिला समितियों को पत्र जारी कर आदेश दिया है।
सितम्बर माह को राष्ट्रीय पोषण माह घोषित किया गया है। इसमें कई विभागों द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित वीकली आयरन फोलिक एसिड सप्लिमेंटेशन (विफ्स) कार्यक्रम में 10 वर्ष से 19 वर्ष के सभी लाभार्थियों को विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से साप्ताहिक आयरन की नीली गोली खिलाई जाती है।
ये जिलें हैं शामिल
30 जिलों आजमगढ़, बलिया, बांदा, बस्ती, देवरिया, लखनऊ, इटावा, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर नगर, ललितपुर, मेरठ, महोबा, झांसी, अमेठी, औरैय्या, बागपत, बुलंदशहर, सुल्तानपुर, संभल, शामली, भदोही, हामीरपुर, जालौन, कानपुर देहात, कुशीनगर, चित्रकूट, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़ एवं मऊ को शामिल किया गया है।
यह बताया गया
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थय कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर डॉ. संजय कुमार ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सरकारी पूर्व माध्यमिक, माध्यमिक व इंटर कॉलेजों में किशोर-किशोरियों को एनीमिया के बारे में जानकारी दी जाएगी, उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा और आयरन की नीली गोली दी जाएगी।
साथ ही शहरी क्षेत्रों में सभी सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त सभी पूर्व माध्यमिक, माध्यमिक व इंटर कॉलेजों में एनीमिया व विफ्स कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जायेगी। साथ ही में आयरन की नीली गोली का वितरण किया जायेगा। 5 स्कूलों, 48 आंगनबाड़ी केंद्रों में वात्सल्य के सहयोग से इसके सम्बन्ध में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। प्राथमिक विद्यालयों में आयरन की पिंक गोली का वितरण किया जायेगा।