डेस्क। यह तो आप सब जानते ही होंगे कि ऐलोपैथिक दवाई कितनी कारगर है लेकिन होम्योपैथिक दवा भी किसी से कम नहीं है। आज हम आपको बताएंगे कि इसका सही इस्तेमाल कैसे किया जाए। लम्बी बीमारी से परेशान लोग अगर अपनी बीमारी को जड़ से खत्म करना चाहते हैं वो भी बिना किसी साइड इफैक्ट के तो होम्योपैथिक ही एक ऐसी दवाई है जो बिना किसी साइड इफैक्ट के बीमारी को जड़ से खत्म करती है। होम्योपैथिक धीरे-धीरे बीमारी को जड़ से खत्म कर देती है।
होम्योपैथिक दवाओं का असर उन लोगों को लेट से होता जो शराब, गुटका, धूम्रपान का सेवन करते हैं। होम्योपैथिक दवाओं को खाने के नियम और कायदे कुछ अलग होते हैं। इन दवाओं का सेवन करने से पहले इसके खाने के नियम को जानना जरूरी है।
ये हैं सावधानियां
होम्योपैथिक दवाओं कि डिब्बी को कभी खुला नहीं छोडऩा चाहिए। डब्बा खुला छोड़ देने से दवाई उड़ जाती है और वो बेअसर हो जाती है। होम्योपैथिक दवाओं को हमेशा ठंडी जगह पर रखें, गर्म जगह पर रखने से इसका लिक्विड उड़ जाता है और सिर्फ चीनी ही रह जाती है। होम्योपैथिक दवाओं का सेवन करने से पहले और बाद में किसी तरह का नशा न करें क्योंकि नशे में कैफीन की मात्रा अधिक होती है, जिनसे शरीर में दवा का असर नहीं होता।
होम्योपैथिक दवाओं को ढक्कन की मदद से मुंह डालना चाहिए क्योंकि इनके हाथ में लेने से इन पर लगा लिक्विड हाथ में ही रह जाते हैं। कॉफी और चाय से दूरी बना लें, इन दवाइयों का सेवन करने के करीब 10 मिनट बाद किसी भी चीज का सेवन न करें।