लखनऊ। जिले के काकोरी विकास खंड के चतुरी खेड़ा गांव की रहने वाली रेनू ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर उसके खून की जांच हुयी तो डॉक्टर ने उसमें खून की कमी बताई। डॉक्टर ने उसे आयरन की गोली, हरी पत्तेदार सब्जियां और गुड़ खाने की सलाह दी तथा कहा कि नियमित रूप से उपरोक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करो तो खून की कमी दूर हो जाएगी। रेनू बताती हैं कि जब वह आंगनबाड़ी केंद्र पर जाती थी तब वहां पर आंगनबाड़ी दीदी पोषाहार देती थीं और पोषाहार के सेवन के साथ ही वे भी गुड़ खाने की सलाह देती थीं।
पर्याप्त मात्रा में आयरन
गुड़ एक प्राकृतिक मीठा पदार्थ है जो कि गन्ने के रस से बनता है। खाना खाने के बाद अगर मीठा खाना है तो गुड़ से अच्छा कुछ भी नहीं हो सकता है। गुड़ में पर्याप्त मात्रा में आयरन भी होता है और यह आयरन गुड़ में तब आता है जब गन्ने के रस को लोहे के बर्तन में पकाया जाता है। यह आयरन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही स्वास्थ्यप्रद होता है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो कि एनीमिया से ग्रस्त होते हैं। आहार परामर्शदाता रूपाली का कहना है कि गुड़ भरपूर ऊर्जा का स्रोत है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, फोस्फोरस, विटामिन्स, खनिज पदार्थ और सबसे अधिक मात्रा में आयरन (100 ग्राम गुड़ में 10-13 मिलीग्राम) होता है।
खून की कमी नहीं होती
रूपाली बताती हैं कि गुड़ खाने से खून की कमी नहीं होती है क्यूंकि यह लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक है। गुड़ में फोलेट होता है जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में सहायक होता है और महिला भी स्वस्थ रहती है। गुड में पोटैशियम और खनिज पदार्थ पर्याप्त मात्रा में होते हैं जो कि शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते हैं। पोटैशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट को संतुलित करने में मदद करता है।
आशा कार्यकर्ताओं को मॉड्यूल प्रशिक्षण में भी इस बात के प्रशिक्षण पर जोर दिया जाता है कि समुदाय में वे महिलाओं को गुड़ खाने की सलाह दें जो कि खून कि कमी से ग्रस्त हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भी सामुदायिक कार्यक्रमों के आयोजन में जब पौष्टिक आहार के सेवन करने कि सलाह दी जाती है तब उसमें भी गुड़ के सेवन पर जोर दिया जाता है।
यह होता है एनीमिया
खून में आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है जिसे हम एनीमिया कहते हैं। आयरन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं या रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। यही कारण है कि हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। हीमोग्लोबिन ही फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाता है इसलिए हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है।