कानपुर। स्वाइन फ्लू का इंफ्लूएंजा ए एच1 एन1 वायरस अब पहले से ज्यादा ताकतवर हो गया है। लिहाजा उस पर बढ़ता तापमान भी बेअसर है। जिसके चलते शनिवार को आई रिपोर्ट में पांच और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो गयी है। जिससे यह आंकड़ा शहर में अब 21 जा पहुंचा हैं। डॉक्टरों की मानें तो इस बार फ्लू के मरीजों में दवाओं का डोज ज्यादा दिन तक देना पड़ रहा है। उन पर दवाओं का असर भी घटा है।
दो मौतें भी हुई
बढ़ते तापमान के बावजूद नगर में स्वाइन फ्लू के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज की प्राचार्य डॉ. आरती लाल चंदानी ने शनिवार को बताया कि नगर में अब तक 21 मरीजों मे फ्लू की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दो मौतें भी हुई हैं। इनमें पांच मरीजों की पुष्टि निजी पैथॉलाजी से हुई है और बाकी की मेडिकल कॉलेज से हुई है। बताया कि मुख्य सचिव अनूप पाण्डेय इस पर बराबर नजर रखे हुए हैं और अपडेट के साथ रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
वायरस ज्यादा तापमान में भी सक्रिय
वहीं, स्वास्थ विभाग के महामारी वैज्ञानिक डॉ. देव सिंह के मुताबिक यह वायरस हर साल अपनी प्रवृत्ति बदल लेता है। इस बार वायरस ज्यादा तापमान में भी सक्रिय है। अभी तक के अध्ययन के अनुसार फ्लू वायरस के सक्रिय रहने के लिए अनुकूल तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस है। वर्तमान में नगर का अधिकतम तापमान 20 से 22 डिग्री के आसपास चल चल रहा है। अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी के बाद भी फ्लू का वायरस सक्रिय है। मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के डॉ. बृजेश कुमार के मुताबिक इस बार फ्लू ग्रस्त मरीजों पर दवाओं का असर कम हो रहा है। पहले तीन दिन के डोज में मरीज को काफी आराम मिल जाता था। अब सात दिन डोज लेने के बाद राहत मिल रही है।
संक्रमण फैल रहा
महामारी वैज्ञानिक डॉ. देव सिंह ने बताया कि दिल्ली में करीब 12 सौ व जयपुर में दो हजार से अधिक लोग फ्लू की चपेट मे आ चुके हैं। विंटर सीजन में शहर से कई लोग इन स्थानों की यात्रा कर रहे हैं। उनके माध्यम से संक्रमण फैल रहा है। उन्होंने शहरवासियों को इन स्थानों की यात्रा टालने की सलाह दी है।
ऐसे करें बचाव
महामारी वैज्ञानिक ने बताया कि संक्रमित मरीजों से दूर रहें। सार्वजनिक स्थलों में मास्क पहनकर जाएं। बुखार, सर्दी खांसी व सांस फूलने पर फिजीशियन को दिखायें। फ्लू ग्रस्त बच्चों को स्कूल न भेजें।साफ सफाई का ध्यान रखें। फल व हरी सब्जियां ज्यादा लें।