कौशाम्बी। करारी थाना क्षेत्र के नेवारी गांव के एक घर में नसबंदी के बाद भी बच्चे की किलकारी गूंज उठी। दो साल पहले विवाहिता ने दो बच्चों के बाद मंझनपुर में बंध्याकरण कराया था। आठ महीने बाद विवाहिता गर्भवती हो गई। विवाहिता ने मामले की शिकायत मुख्य चिकित्साधिकारी से करते हुए मदद की गुहार लगाई।
मदद की लगाई गुहार
नेवारी गांव निवासी कंचन गरीब मजदूर है। वह बाहर रहकर मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। दो बेटों के जन्म के बाद कंचन ने पत्नी सुनीता देवी की मंझनपुर जिला अस्पताल में नसबंदी करवा दी। नसबंदी के आठ महीने बाद विवाहिता को गर्भ ठहर गया। छह महीने पहले विवाहिता ने एक बेटे को जन्म दिया।
उसका कहना है कि गरीबी के चलते वह बच्चों की परवरिश में असमर्थ है। विवाहिता ने मामले की शिकायत नजदीकी सीएचसी में किया पर, कोई सुनवाई नहीं हुई। मदद के लिए दो दिन पहले मंझनपुर पहुंची पीडि़त विवाहिता ने सीएमओ को प्रार्थना पत्र देते हुए मदद की गुहार लगाई।