लखनऊ। लोकसभा चुनावों को लेकर टीबी संयुक्त अस्पताल में टेक्नीशियन समेत 15 कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। इन सभी कर्मचारियों की ड्यूटी शनिवार से तय कर दी गई है। यह चुनाव के प्रशिक्षण समेत अन्य कार्य में लग जाएंगे। इससे अस्पताल में कर्मचारियों की संख्या में काफी कमी हो जाएगी। चुनाव ड्यूटी लगने से अस्पताल में मरीजों के इलाज पर सीधा असर पड़ सकता है।
चुनाव प्रशिक्षण का मिला आदेश
ठाकुरगंज स्थित टीबी अस्पताल में शनिवार से 15 कर्मचारी प्रशिक्षण पर जा रहे हैं। इनमें दो एक्सरे टेक्नीशियन, तीन लैब टेक्नीशियन, दो ईसीजी टेक्नीशियन, एक डेंटल हाइजिनिस्ट, एक फिजियोथेरेपिस्ट, एक स्टोर कीपर, पूरा ऑफिस स्टाफ, दो चीफ फार्मासिस्ट, पांच फार्मासिस्ट समेत कई चतुर्थ श्रेणी और सफाई कर्मचारी शामिल हैं। इन सभी को चुनाव प्रशिक्षण प्राप्त करने का आदेश भी मिल गया है।
ऐसे मरीजों को ज्यादा परेशानी
चुनाव में ड्यूटी लगाए जाने से अस्पताल में एक भी ईसीजी टेक्नीशियन, डेंटल हाइजिनिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, स्टोर कीपर नहीं मौजूद रहेगा। इससे ईसीजी, फिजियोथेरेपी कराने वाले मरीजों को इलाज के लिए सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ेगी। साथ ही महज एक-एक लैब और एक्सरे टेक्नीशियन, दो चीफ और पांच फार्मासिस्टों के भरोसे ही शनिवार से मरीजों को बमुश्किल इलाज मिल जाएगा। वहीं, मतदान के समय तीन दिन तक पैथालॉजी, एक्सरे, इमरजेंसी, डेंटल, फिजियोथेरेपी और ऑफिस स्टाफ का कार्य पूरी तरह से प्रभावित व बंद हो जाएगा।
यहां बढ़ सकती है मरीजों की संख्या
ठाकुरगंज टीबी अस्पताल में कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी लगाए जाने से इसका असर दूसरे अस्पतालों पर पड़ सकता है। यहां के मरीज इलाज न मिलने पर बलरामपुर, सिविल या आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों पर जा सकते हैं। इससे इन अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढऩे के साथ इलाज में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।