लखनऊ। लिगामेंट इंजरी किसी को भी हो सकती है लेकिन अक्सर खिलाडिय़ों को इस तकलीफ से गुजरना पड़ता है। सॉकर, फुटबॉल और बास्केटबॉल खेलने वाले खिलाडिय़ों में अक्सर घुटने के लिगामेंट चोटिल हो जाते हैं और छोटी सी लगने वाली ये चोट बहुत तकलीफदेह होती है। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि एक्स-रे में हड्डी तो सही दिखाई देती है लेकिन वास्तव में वह सामान्य नहीं होता।