लखनऊ। वजन को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। इससे ढेरों बीमारियां होती हैं। वजन को महिला और पुरुष दोनों को करना है। ऐसा इसलिए क्योंकि अधिक वजन से कैंसर का खतरा दोगुना ज्यादा होता है। इसलिए वजन को नियंत्रित करने के लिए खान-पान पर नियंत्रण रखें। इसके अलावा नियमित रूप से कसरत जरूर करें। उक्त बातें डॉ. रवि कानन ने सोमवार को केजीएमयू रेडियोथेरेपी विभाग में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
ऐसा जरूर करें
डॉ. रवि ने कहा कि वजन अधिक होने से शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में हार्मोन व मेटाबोलिज्म में तब्दीली आ जाती है। इससे कैंसर के पनपने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं में सबसे ज्यादा बच्चेदानी के मुंह का कैंसर अधिक होता है। स्तन कैंसर के मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। आंतों के कैंसर के मरीज भी बढ़ रहे हैं। कैंसर से बचने के लिए हरी सब्जियों का सेवन अधिक करना चाहिए। मौसमी फलों का सेवन फायदेमंद हैं। उन्होंने बताया कि खान-पान पर नियंत्रण के साथ कसरत जरूर करें। इससे वजन कम होगा। मांसपेसियां मजबूत होंगी। अंग ठीक ढंग से काम करते हैं।
29 स्थानों पर गिनती
डॉ. रवि ने कहा कि कैंसर मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए रजिस्ट्री जरूरी है। देश में दो तरह से कैंसर मरीजों की रजिस्ट्री हो रही है। अस्पताल में आने वाले मरीजों के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। वहीं दूसरा शहरी आबादी की गिनती की जा रही है। देश में आबादी के लिहाज से 29 स्थानों पर गिनती हो रहा है। जबकि 100 से ज्यादा अस्पताल कैंसर मरीजों से जुड़ी जानकारी आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) से साझा कर रहे हैं।
ये विभाग जुटा रहे आंकड़े, 5000 मरीजों की जानकारी जुटाई
रेडियोथेरेपी विभाग के डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू में 15 विभाग मिलकर कैंसर मरीजों के आंकड़े जुटा रहे हैं। इसमें रेडियोथेरेपी, सर्जिकल आंकोलॉजी, जनरल सर्जरी, गेस्ट्रो सर्जरी, ईएनटी, गेस्ट्रो मेडिसिन, पल्मोनरी मेडिसिन समेत दूसरे विभागों से मरीजों की जानकारी ले रहे हैं। करीब 5000 मरीजों की जानकारी जुटाई गई है। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री होने से इलाज की योजना बनाने में मदद मिल सकती है।