डेस्क। डायबिटीज की चपेट में अब बच्चे भी आ रहे हैं। वैसे तो बच्चों का देखभाल कुछ ज्यादा ही करना पड़ता है। अगर समय रहते इस बीमारी के लक्षण पहचान लेते हैं तो ईलाज करवाकर बच्चे को हंसता खेलता देखिए।
ये हैं लक्षण
बच्चों में शुगर लेवल बढऩे पर उन्हें बार-बार प्यास लगती है। उसकी शिकायत होने पर बच्चे को बार-बार पेशाब आता है। बच्चे को बार-बार भूख लगती है और खाना खाने के बाद भी उसके शरीर में एनर्जी नहीं होती। डायबिटीज होने पर इतना कुछ खाने के बावजूद वजन नही बढ़ता। बच्चे के शरीर में इंसुलिन न बनने के कारण एनर्जी खत्म हो जाती है और बच्चा थका-थका रहता है। बच्चों में संक्रमण हो सकता है। बच्चे के डायपर पहनने पर घाव होने लगते हैं।
यह करें
आप सबसे पहले समय पर इंसुलिन लेना चाहिए। समय पर ब्लड शुगर टेस्ट करवाते रहें और उसके हिसाब से इंसुलिन की मात्रा घटाते-बढ़ाते रहना चाहिए। समय पर भोजन करने की आदत डालें और साथ ही पौष्टिक आहार खिलाएं। बच्चे को नियमित व्यायाम करने के लिए बोलें। डायबिटीज के डॉक्टर की मदद से आप स्वयं शुगर लेवल टेस्ट करना और इंसुलिन का टीका लगाना सीखें।