डेस्क। आयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ शरीर का विकास पोषणयुक्त आहार से होता है। अनहेल्दी डाइट से शरीर को कई प्रकार की प्रॉब्लम हो जाती है। आप प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, आयरन, पोटाशियम, मिनरल्स और कैलोरी से भरपूर आहार को अपनी डाइट में शामिल करें। इन आयुर्वेदिक टिप्स से आप बिना दवाइयों के भी स्वस्थ रह सकते हैं।
इन चीजों का करें सेवन
गर्मियों में शरीर को तरोताजा रखने और उसे डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना बहुत जरूरी है। इसके अलावा दिन में 1-2 बार गर्म पानी भी जरूर पीएं। क्योंकि यह शरीर से विषैले पर्दाथों को बाहर निकालने में मदद करता है।
अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा ताजा फल और सब्जी को शामिल करें। स्वस्थ रहने के लिए प्रोसेस्ड और बासी भोजन को न खाएं। क्योंकि इस तरह के भोजन को पचाने में दिक्कत आती है, जिससे आपको पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा मैदे की बजाएं साबुत अनाज का सेवन करें।
ओवरईटिंग से बचें, मोटापा से बचने के लिए बैलेंस डाइट प्लान बनाएं। आयुर्वेद के अनुसार अपनी डाइट में सिर्फ तीखे की बजाए मीठी, नमकीन, खट्टा, तीखा और कसैला टेस्ट का भोजन शामिल करना चाहिए।
अलग-अलग रंगों वाले फल और सब्जियों में हर तरह के पोषक तत्व पाएं जाते हैं, जोकि शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसलिए अपनी डाइट में सेब, टमाटर, रास्पबेरी, लाल अमरूद, चेरी, स्ट्राबेरी, तरबूज और खीरे का सेवन करें। ये आंखों, हड्डियों और दांतों के लिए भी फायदेमंद होता है।
आयुर्वेद डाइट के अनुसार अधपका या कच्चे साग की सब्जी खाने से पेट एकदम ठीक रहता है और पाचन क्रिया मजबूत होती है। हर किसी को भाप से पका हुआ भोजन करना चाहिए। इसके अलावा लंच में सलाद का सेवन करें।
अगर आप लंबे समय तक दिल की बीमारियों से बचे रहना चाहते हैं तो खाने में मसालों का इस्तेमाल कम करें।
अधचबा भोजन पचाने के लिए आंतों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से आंतें कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में आप कई बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।