लखनऊ। जॉपलिंग रोड स्थित एक होटल में रविवार को आईएमए में दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन का समापन हो गया। एसोसिएशन की उत्तर प्रदेश शाखा के नये अध्यक्ष डॉ. एएम खान ने कहा कि प्राइवेट डॉक्टर को नर्सिंग होम चलाने के लिए एक-दो नहीं 24 लाइसेंस लेने पड़ते हैं। यहां 400 रजिस्टर्ड नर्सिंग होम हैं।
इससे दोगुने बिना लाइसेंस वाले अस्पताल राजधानी के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे हैं, लेकिन उन्हें बंद करने को लेकर कोई कारगर कार्रवाई नहीं की जाती है। वहीं आईएमए एकेडमिक के चेयरमैन डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए आईएमए पूरे देश में अभियान चला रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया है।
आम महिलाओं और किशोरियों के लिए चल रहा अभियान
डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि जनस्वास्थ्य के हित में नेशनल आईएमए की ओर से जल्द ही 10 नए प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। आईएमए लखनऊ के सचिव डॉ. जेडी रावत व पूर्व अध्यक्ष डॉ. रूखसाना ने बताया कि आईएमए मिशन पिंक हेल्थ अभियान आम महिलाओं और किशोरियों के लिए करीब एक वर्ष से चला रहा है। इसमें प्रसव के दौरान महिलाओं और बच्चों में खून की कमी से एनीमिया होने की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही स्कूलों में किशोरियों को नि:शुल्क ऑयरन की गोलियां, खून की कमी को दूर करने के लिए पौष्टिक आहार के बारे में जागरूक किया जा रहा है। साथ ही किशोरावस्था में होने वाले हार्मोनल बदलाव के प्रति भी उन्हें बताया जाता है।
25 साल बाद आईएमए की प्रदेश कॉन्फ्रेंस
आईएमए लखनऊ के सचिव डॉ जेडी रावत ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि जहां लखनऊ में 25 साल बाद आईएमए की प्रदेश कॉन्फ्रेंस हुई है। वहीं प्रदेश के अध्यक्ष पद पर लखनऊ के डॉ एएम खान और आईएमए एएमएस (एकेडमिक मेडिकल स्पेशियलिस्ट) के चेयरमैन पद पर लखनऊ आईएमए के अध्यक्ष डॉ सूर्यकांत को चुने गए हैं।
यह कहा डॉक्टर एएम खान ने
आईएमए के प्रमुख सदस्य डॉ. पीके गुप्ता और यूपी आईएमए के अध्यक्ष बने डॉ. एएम खान सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे नेशनल मेडिकल कमीशन बिल (एनएमसी) को डॉक्टर किसी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे। निजी डॉक्टरों का हर जगह शोषण हो रहा है। सीएमओ कार्यालय से लेकर नगर निगम, प्रदूषण बोर्ड, फायर और थाने की पुलिस समेत 25 विभागों में उत्पीडऩ और आर्थिक शोषण किया जाता है। सबसे ज्यादा गायनी की डॉक्टरों का इस एक्ट से शोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सारे नियम सरकारी अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी पर भी सरकार को लागू करना चाहिए।
इस पद पर हुए ये निर्वाचित
आईएमए के वार्षिक अधिवेशन के समापन पर रविवार को उत्तर प्रदेश आईएमए के अध्यक्ष पद पर डॉ. एएम खान को चुना गया। वहीं, सचिव पद पर अलीगढ़ के डॉ. जयंत शर्मा को निर्वाचित किया गया। डॉ. पीके गुप्ता ने बताया कि करीब 35 वर्ष बाद आईएमए उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद पर लखनऊ के डॉक्टर को अध्यक्ष बनाया गया है। कार्यक्रम में वाराणसी से डॉ. अशोक राय, डॉ. एसके राजू, डॉ. मनदीप सिंह, डॉ. अनिल कपूर, डॉ. जीपी सिंह आदि मौजूद रहे।